बीसलपुर पेयजल परियोजना
● यह राजस्थान की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना है।
• बनास नदी पर टोंक जिले की टोडाराय सिंह तहसील में बीसलपुर बाँध बनाया गया है जिससे जयपुर, अजमेर, केकड़ी, नसीराबाद, सरवाड़, किशनगढ़, ब्यावर, दूद, चाकसू एवं फागी नगरों सहित टॉक, जयपुर, अजमेर एवं नागौर के अनेक गाँवों में पेयजल सुविधा उपलब्ध हो रही है।
जयपुर-बीसलपुर पेयजल परियोजना
● जयपुर शहर के लिये पेयजल आपूर्ति हेतु सूरजपुरा (टोंक) से बालावाला (सांगानेर, जयपुर) के मध्य पाइप लाइन बिछायी गयी है।
जयपुर-बीसलपुर टोंक-उनियारा पेयजल परियोजना
● बीसलपुर से टोंक जिले के कुल 436 गाँवों एवं टोंक व उनियारा कस्बे में पेयजल आपूर्ति हेतु
बीसलपुर- दूदू - फुलेरा पेयजल परियोजना
• बीसलपुर बाँध से जयपुर के 5 कस्बों सहित 718 गाँवों में पेयजल आपूर्ति हेतु
अजमेर बीसलपुर पेयजल परियोजना
• अजमेर के 7 कस्बों एवं 342 गाँवों में पेयजल आपूर्ति हेतु ।
मानसी वाकल पेयजल परियोजना
● RUIDP के तहत राज्य सरकार एवं हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की साझी परियोजना, जिसमें 70% पानी उदयपुर शहर को तथा 30% पानी हिन्दुस्तान जिंक को दिया जायेगा ।
● इस योजनान्तर्गत अलसीगढ़ की पहाड़ियों में देश की सबसे लंबी जल सुरंग (4.6 km) बनायी गयी।
देवास द्वितीय परियोजना (मोहनलाल सुखाड़िया परियोजना)
• उदयपुर में आकोदड़ा (झाड़ोल) व मादड़ी (गिर्वा) बाँध का निर्माण साबरमती की सहायक नदी वाकल बेसिन में प्रस्तावित है।
● आकोदड़ा बाँध में संग्रहित होने वाले जल को 11.05 किमी. लम्बी आकोदड़ा - बूझड़ा मुख्य सुरंग का निर्माण कर उसके माध्यम से पानी पिछोला झील के जलग्रहण क्षेत्र बूझड़ा गाँव के पास अपवर्तित किया जायेगा। इस सुरंग का निर्माण पूर्ण होने पर यह विश्व की सबसे लम्बी जल परिवहन सुरंग होगी।
• मादड़ी बाँध में संग्रहित होने वाले जल को 1.21 लंबी लिंक सुरंग निर्माण कर आकोदड़ा बुझड़ा सुरंग में प्रवाहित किया जायेगा।
भोमादेह जल प्रदाय योजना
● भोमादेह बाँध से राजसमंद, अजमेर व पाली जिले के कुल 14 गाँव लाभान्वित ।
आपणी योजना प्रथम चरण
• जर्मनी की KFW से वित्तपोषित इस योजनान्तर्गत चूरू व हनुमानगढ़ के गाँवों एवं तारा नगर, सरदारशहर कस्बों में पेयजल आपूर्ति
आपणी योजना द्वितीय चरण
• चूरू जिले में 6 कस्बों एवं 425 ग्रामों में पेयजल समस्या के निराकरण हेतु विश्व बैंक के सहयोग से प्रस्तावित पेयजल परियोजना।
चूरू-बिसाऊ परियोजना
● इंदिरा गाँधी नहर की रावतसर शाखा से चूरू, झुंझुनूं के गाँवों एवं चूरू, गाँव रतन नगर एवं बिसाऊ में पेयजल आपूर्ति ।
रामगंज मण्डी-पचपहाड़ परियोजना
● राणाप्रताप सागर बाँध से नाबार्ड से सहायता प्राप्त परियोजना इससे कोटा, झालावाड़ व चित्तौड़गढ़ के गाँवों एवं कस्बों में पेयजल आपूर्ति|
राजीव गांधी लिफ्ट नहर
• IGNP से जोधपुर शहर को जलापूर्ति ।
नागौर लिफ्ट नहर
• IGNP से नागौर जिले के 5 कस्बों एवं 502 गांवों में पेयजल आपूर्ति ।
बाड़मेर लिफ्ट परियोजना (जैसलमेर बाड़मेर)
● बाड़मेर शहर व जैसलमेर-बाड़मेर जिले के 691 गाँवों में पेयजल आपूर्ति |
कोलायत जलप्रदाय योजना (कोलायत लिफ्ट, बीकानेर)
• बीकानेर जिले की गाँव व ढाणियों को पेयजल आपूर्ति हेतु ।
टिब्बा क्षेत्र सूरतगढ़ की जल प्रदाय योजनाएँ (श्रीगंगानगर)
• कंवरसेन लिफ्ट नहर से सूरतगढ़ के 46 गाँवों में पेयजल आपूर्ति ।
गलुण्डी जलप्रदाय योजना (झालावाड़)
● गलुण्डी बाँध से झालावाड़ जिले के 77 गाँवों में पेयजल आपूर्ति ।
कालीखाड़ जल प्रदाय योजना
• कालीखाड़ बाँध से झालावाड़ जिले में 70 गाँवों में पेयजल आपूर्ति ।
बघेरी का नाका परियोजना (राजसमंद)
• खमनौर में बघेरी का बाँध (बनास नदी) से राजसमंद व उदयपुर के फ्लोराइड प्रभावित गांवों को पेयजल आपूर्ति |
उम्मेदसागर-धवा-समदड़ी-खण्डप परियोजना
• उम्मेदसागर बाँध से जोधपुर व बाड़मेर जिले के गाँवों में जलापूर्ति |
नर्मदा नहर-बागोड़ा-जालोर-आहोर परियोजना
• नर्मदा नहर से जालोर जिले के कस्बों एवं गाँवों में पेयजल आपूर्ति |
पोकरण- फलसूण्ड परियोजना (जैसलमेर, बाड़मेर)
● इंदिरा गांधी नहर से जैसलमेर एवं बाड़मेर के 3 शहरों एवं 580 गाँवों में पेयजल आपूर्ति |
जवाई पाइप लाईन परियोजना (पाली)
• जवाई एवं हेमावास बाँधों से पाली जिले के 10 कस्बों व 531 गाँवों में पेयजल आपूर्ति ।
चंबल- धौलपुर भरतपुर जलप्रदाय योजना
• चंबल नदी से भरतपुर जिले में पेयजल आपूर्ति ।
चंबल-सवाई माधोपुर - नादौती परियोजना (इन्दिरा लिफ्ट)
• चंबल नदी से सवाई माधोपुर व करौली कस्बे व 636 गाँवों में पेयजल आपूर्ति
चंबल भीलवाड़ा पेयजल परियोजना
● भीलवाड़ा जिले के 9 कस्बों तथा 1688 गाँवों में चंबल आपूर्ति हेतु
डांग क्षेत्र जलप्रदाय परियोजना (धौलपुर)
● धौलपुर जिले के 94 गाँवों में पेयजल आपूर्ति ।
छापी-झालावाड़ झालरापाटन पेयजल परियोजना
● छापी बाँध से 2 कस्बों व कोटा, चित्तौड़ व झालावाड़ जिलों के 235 गाँवों में पेयजल आपूर्ति हेतु ।